पशुधन और दुग्ध उत्पादन का गोंडा जनपद के आर्थिक विकास और उन्नयन में योगदान का तुलनात्मक अध्ययन
Abstract
ग्रामीण कृषि आधारित औद्योगीकरण द्वारा ग्राम्य जन-जीवन को रोजगारपरक बनाकर उनकी अर्थव्यव सुदृढ़ किया जा सकता है। वर्तमान आवश्यकताओं के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास हेतु उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए विकेन्द्रीकृत सिद्वान्त पर मध्यम, लघु एवं कुटीर उद्योगों की स्थापना करके उनमें गत्यात्मकता प्रदान की जानी चाहिए। ऐसा करने से ग्रामीण भारत का नया स्वरूप उभरकर सामने आएगा और इसकी प्रत्येक छोटी से छोटी इकाई की अर्थव्यवस्था में तीव्र गति से उन्नयन होगा।
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Published
2022-06-28
How to Cite
कुमार श्रीवास्तव ड. अ. . (2022). पशुधन और दुग्ध उत्पादन का गोंडा जनपद के आर्थिक विकास और उन्नयन में योगदान का तुलनात्मक अध्ययन . JOURNAL OF BUSINESS MANAGEMENT & QUALITY ASSURANCE, 5(3). Retrieved from http://journal.swaranjalipublication.co.in/index.php/JBMQA/article/view/153
Issue
Section
Research Articles