ग्रामीण कृषि आधारित औद्योगीकरण

Authors

  • डॉ. नित्यानन्द कुशवाहा भूगोल विभाग, डॉ. राम मनोहर लोहिया महाविधालय, सतराव, देवरिया, उत्तर प्रदेश।

Abstract

 ग्रामीण कषि आधारित औद्योगीकरण द्वारा ग्राम्य जन-जीवन को रोजगारपरक बनाकर उनकी अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकता है। वर्तमान आवश्यकताओं के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास हेतु उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए विकेन्द्रीकृत सिद्वान्त पर मध्यम्, लघु एवं कुटीर उद्योगों की स्थापना करके उनमें गत्यात्मकता प्रदान की जानी चाहिए। ऐसा करने से ग्रामीण भारत का नया स्वरूप उभरकर सामने आएगा और इसकी प्रत्येक छोटी से छोटी इकाई की अर्थव्यवस्था में तीव्र गति से उन्नयन् होगा। अध्ययन क्षेत्र, जनपद कुशीनगर औद्योगिक दृष्टि से अत्यन्त अविकसित है।

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Published

2022-06-24

How to Cite

कुशवाहा ड. न. . (2022). ग्रामीण कृषि आधारित औद्योगीकरण. JOURNAL OF BUSINESS MANAGEMENT & QUALITY ASSURANCE, 2(2). Retrieved from http://journal.swaranjalipublication.co.in/index.php/JBMQA/article/view/34

Issue

Section

Research Articles