मानव विकास एक ज्वलंत पर्यावरणीय समस्या
Abstract
पर्यावरणीय समृद्धि की चाहत, जीवन का विकास करती है, विकास की चाहत, सभ्यताओं का। सभ्यता को अग्रणी बनाना है, जो विकास कीजिए। जीवन का विकास करना है, तो पर्यावरण को समृद्ध रखिए। स्पष्ट है कि पर्यावरण और विकास, एक-दूसरे के पूरक होकर ही मनुष्य की सहायता कर सकते हैं। बावजद इस सच के आज पर्यावरण और विकास की चाहत रखने वालों ने एक-दूसरे को परस्पर विरोधी मान लिया है। बढ़ता तापमान और बढ़ता कचरा पर्यावरण ही नहीं विकास के लिहाज से भी सबड़े बड़ी चुनौ है।
Downloads
Published
2022-06-24
How to Cite
सिंह ड. . (2022). मानव विकास एक ज्वलंत पर्यावरणीय समस्या. JOURNAL OF BUSINESS MANAGEMENT & QUALITY ASSURANCE, 2(2). Retrieved from http://journal.swaranjalipublication.co.in/index.php/JBMQA/article/view/36
Issue
Section
Research Articles