भारतीय महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण
Abstract
सारांश महिला सशक्तिकरण हेतु भारत सरकार द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु विभिन्न प्रयास किये गये है जिनका मख्य उददेष्य महिलाओं को आर्थिक दृष्टि से सक्षम बनाना है, सरकारी प्रयासों का मुख्य लक्ष्य, महिलाओं की प्रगति, विकास एवं उनका आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है। सम्पूर्ण महिला विकास हेतु अनुकूल आर्थिक एवं सामाजिक नीतियों का निर्धारण करते हुए समुचित वातावरण सृजित करना जिससे महिलायें अपने अन्दर विद्यमान क्षमताओं का उपयोग करने में सक्षम हो सकें। वे राजनीतिक, आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कतिक गतिविधियों में महिलाओं को समस्त मानवाधिकार तथा मौलिक स्वतंत्रता प्रदान करने हेतु कानूनी कदम उठाकर उन्हें सक्षम बनाना सरकारों का मुख्य लक्ष्य रहा है। प्रत्येक राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन में समानता के आधार पर महिलाओं की निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी सुनिश्चित करना अत्यन्त आवश्यक हो गया है। समानता के आधार पर महिलाओं की पहुँच तथा सभी स्तरों पर गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार समान मजदुरी, कार्यस्थल पर सुरक्षा एवं सामाजिक संरक्षण प्रदान करना सरकारें अपना दायित्व समझने लगी है। महिलाओं, पुरुषों, विद्यार्थियों, जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं, संस्थाओं, संस्थानों, विभागों व महिला संगठनों की सहभागिता से महिलाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को विकसित करने का विशेष प्रयास किया जा रहा है।
मुख्य शब्द- आर्थिक, सशक्तिकरण, सामाजिक, संरक्षण, विकास, अधिकार, उन्मूलन।