भारत की ग्रामीण जनता के विकास का माध्यम
Abstract
पंचायती राज के द्वारा ग्रामीणों का सामाजिक आर्थिक विकास संभव होता है। क्योंकि इसके द्वारा जो योजनाएं ग्रामीणों के लिए बनाई जाती हैं उनका लाभ पंचायती राज की संस्थाएं ग्रामीणों तक पहुंचाती है। जिस से ग्रामीणों के विकास की दिशा परिवर्तित हो जाती है। और उन के उत्थान में सहायक सिद्ध होती हैं शिक्षकों को सरकारी करो को प्राप्त करने तथा उन्हें उन्हें वितरित करने तथा उनके भुगतान में और पुराने देने की ठोस प्रणाली की स्थापना में सहायता देना तथा परामर्श देना। आबादी के अनुसार तथा जनता के कमजोर वर्ग के लिए लोगों के लिए स्थलों की व्यवस्था करना आदि यह सब बातें ही ग्रामीणों के आर्थिक विकास के लिए आवश्यक तथा उन्नति में सहायक होती है।
Keywords: पंचायती राज व्यवस्था, लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण स्थानीय स्वशासन
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Published
2022-07-01
How to Cite
कुमार ड. आ. . (2022). भारत की ग्रामीण जनता के विकास का माध्यम. JOURNAL OF INDUSTRIAL RELATIONSHIP CORPORATE GOVERNANCE AND MANAGEMENT EXPLORER, 3(2). Retrieved from http://journal.swaranjalipublication.co.in/index.php/JIRCGME/article/view/206
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