लोक' शब्द की व्युत्पत्ति एवं व्याख्या :

Authors

  • डॉ. रश्मिप्रभा मिश्रा शिक्षक मैरवा, सिवान

Abstract

 भारत में 'लोक' शब्द का प्रयोग प्राचीन काल से होता रहा है। यह शब्द संस्कृत के 'लोकदर्शने' धातु में 'घञ्' प्रत्यय जोड़ने से निर्मित हुआ। इस धातु में इस शब्द का अर्थ है -देखना। इसका लट्लकार में अन्य पुरुष एक वचन रुप 'लोकते' होता है। अतः 'लोक' शब्द का मूल अर्थ हुआ- देखनेवाला। इसलिए 'लोक' शब्द का अभिप्राय उस सम्पूर्ण जनसमुदाय से है जो कि देश विशेष में निवास करता है। असल में, "लोक से अभिप्राय ऐसे जनसमुदाय से है जो क्षेत्र विशेष में निवास करते हुए विविध प्रकार के कार्यकलाप को करते हैं। 

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Published

2022-07-01

How to Cite

मिश्रा ड. र. (2022). लोक’ शब्द की व्युत्पत्ति एवं व्याख्या :. JOURNAL OF INDUSTRIAL RELATIONSHIP CORPORATE GOVERNANCE AND MANAGEMENT EXPLORER, 4(1). Retrieved from http://journal.swaranjalipublication.co.in/index.php/JIRCGME/article/view/216

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