संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता तथा दुनिया का सबसे बड़ा संगठन-संयुक्त राष्ट्र

Authors

  • डाॅ. सुनीता श्रीवास्तव

Abstract

संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् भावी पीढ़ियों को युद्ध की
विभीषिका से बचाने के लिए की गई थी। इस संस्था का मूल उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय शांति
बनाए रखने के लिए देशो ं के क्रिया-कलापो ं में समरसता लाना और सभी समस्याओ ं व
विवादों को शांति पूर्ण उपायो ं स े सुलझाने, संकट को टालने, शान्ति के प्रयोग को रोकने
तथा हस्तक्षेप पर अंकुश लगाने के लिए सार्वभौमिक राष्ट्रों की समानता के आधार पर
दायित्व निभाना था। किन्तु इराक पर अमरीकी हमले ने इसके सिद्धांतों को बताते हुए
इसकी प्रासंगिकता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।

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Published

2023-08-26

How to Cite

डाॅ. सुनीता श्रीवास्तव. (2023). संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता तथा दुनिया का सबसे बड़ा संगठन-संयुक्त राष्ट्र. JOURNAL OF INDUSTRIAL RELATIONSHIP CORPORATE GOVERNANCE AND MANAGEMENT EXPLORER, 2(2). Retrieved from http://journal.swaranjalipublication.co.in/index.php/JIRCGME/article/view/399

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