गयावाल तथा जजमानी व्यवस्था

Authors

  • डाॅ0 राज रानी श्रीवास्तव एम0 ए0 पी0 एच0 डी0, सहायक प्रध्यापक, समाजशास्त्र विभाग महेश सिंह यादव काॅलेज गया ।

Abstract

जजमानी व्यवस्था जाति.प्रथा के अन्तर्गत एक सामाजिक.आर्थिक व्यवस्था हैए जिसके माध्यम से जातियाँ वस्तु तथा सेवाओं का आदान.प्रदान करती है। जो जातियाँ सेवाएँ तथा वस्तुएँ लेती हैंए उन्हें जजमान कहा जाता है और जो सेवाएँ तथा वस्तुएँ देती हैए उन्हें कमीन या प्रजा कहा जाता है। सेवा देने के बावजूद ब्राह्मण कमीन नहीं कहे जाते। इसके माध्यम से जातियाँ एक.दूसरे पर निर्भर रहती हैं। कौन किससे सेवा और वस्तुएँ लेगा या किसको देगाए यह सुनिश्चित रहता है। यह वंशानुगत होता है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जजमानी व्यवस्था को बलूटाए आयाए मिलन्द आदि नामों से भी जाना जाता है।

Downloads

Published

2024-07-09

Issue

Section

Articles