मनोवैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता और महत्व
Abstract
वर्तमान युग में मनोवैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता और उसका महत्व उत्तरोत्तर बढ़ता जा रहा है, क्योंकि यह विज्ञान ऐसी समस्याओं का अध्ययन करता है, जिनसे आज हमारा सम्बन्ध अत्यन्त घनिष्ठ है। मनोवैज्ञानिक अध्ययन एवं ज्ञान जहाँ एक ओर व्यक्ति के निजी विकास के लिये उपयोगी है वहीं दूसरी ओर समाज में रहते हुये विभिन्न समस्याओं के समाधान तथा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सुविधा प्राप्त करने में भी इसका अत्यन्त महत्व है। मनोवैज्ञानिक अध्ययन व्यक्ति का दृष्टिकोण ही परिवर्तित कर देता है। व्यक्तित्व के समुचित विकास तथा असामान्यताओं को दूर करने में भी मनोविज्ञान का योगदान सराहनीय है।