भारत के आर्थिक विकास में मानवीय मूल्यों की भूमिका का समीक्षात्मक अध्ययन
Abstract
किसी भी देष का आर्थिक विकास उसकी सुदृंढ़ आर्थिक अर्थव्यवस्था पर निर्भर करता है। किसी भी देष की अर्थव्यवस्था का सीधा सम्बन्ध आर्थिक विकास से होता है। वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास का सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु है मानव। आर्थिक विकास मानव के द्वारा मानव के लिए किया जाता है, आर्थिक विकास के माध्यम से ही मानव अपने जीवन को सुखी और समृद्धि बनाता है। वर्तमान परिवेश में आर्थिक विकास एवं मानव मूल्य परस्पर एक दूसरे से संबंधित है। आर्थिक विकास एक सतत् प्रक्रिया है जो किसी भी देष की अर्थव्यवस्था को सकारात्मक एवं नकारात्मक रूप से स्वतः ही प्रभावित करती रहती है। जिसमें देष के समस्त उत्पत्ति के साधनों का कुशलतम एवं अनुकूल विदोहन किया जाता है। राष्ट्रीय आय एवं प्रति व्यक्ति आय में निरंतर एवं दीर्घकालीन वृद्धि होती है तथा नागरिकों के जीवन स्तर एवं सामान्य कल्याण का सूचकांक बढ़ता है।